Amitabh Bachchan को जिन्होंने बनाया सदी का महानायक (Super Star), उन्हीं से टूटे रिश्ते!

BollyWood: Amitabh Bachchan आज सदी के महानायक (SuperStar) हैं, लेकिन इंडस्ट्री में शुरुआत उनकी कैसे हुई. इस बात से हर कोई वाकिफ हैं. एक के बाद एक लगातार 10 फिल्में बुरी तरह से पिट गईं. इंडस्ट्री में जब कोई बड़ा फिल्ममेकर और एक्टर उनके साथ काम नहीं करना चाह रहा था. एक पल के लिए तो अमिताभ को भी लगने लगा था कि वह फिल्मी दुनिया में अब शायद ही कामयाब हो पाएंगे.

Amitabh Bachchan बुरे वक्त में इंडस्ट्री से कई लोगों ने साथ दिया जिनका कहीं न कहीं बिग बी के स्टारडम में योगदान रहा। उन्हें स्टारडम का स्वाद चखाकर, सदी का महानायक बना दिया. लेकिन बाद में उन्हीं से संबंध में खटास आ गई। Amitabh Bachchan को बॉलीवुड इंडस्ट्री का ‘Superstar’ बनाने में कई लोगों का योगदान रहा है। इनमें कुछ लोग अब इस दुनिया में नहीं हैं, तो कुछ से अमिताभ के रिश्ते फीके पड़ने लगे हैं।

Amitabh Bachchan

जादूगर’ के बाद साथ क्यों नहीं आए Amitabh-प्रकाश मेहरा

Amitabh Bachchan को लगातार फ्लॉप फिल्में देने के बाद भी जिन्होंने अपनी फिल्म में उन्हें लेकर बड़ा रिस्क लिया, उनका नाम है प्रकाश मेहरा. एक दौर में प्रकाश मेहरा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी हिट डायरेक्टर और एक्टर की जोड़ी की लिस्ट में सबसे ऊपर थी, दोनों की इस जोड़ी ने हिंदी सिनेमा को कई फिल्में दीं. जिसमें शराबी, जंजीर, लावारिस, मुकद्दर का सिकंदर, हेरा फेरी, नमक हलाल जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में हैं,

लेकिन साल 1989 में आई ‘जादूगर’ के बाद दोनों को फिर कभी साथ नहीं देखा गया. दरअसल, फिल्म ‘जादूगर’ बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कमाल नहीं कर पाई थी. प्रकाश मेहरा का मानना था कि फिल्म बिग बी की वजह से फ्लॉप हुई है. इस फिल्म के बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘जादूगर’ की कहानी बाकी फिल्मों से हटकर थी और काफी यूनीक थी. बिग बी को फिल्म में थोड़ी अलग तरह से एक्टिंग करनी थी. फिल्म में उन्होंने अपना स्टाइल नहीं चेंज किया और बाकी पिछली फिल्मों की तरह ही उन्होंने फिल्म में एक्ट किया जिस वजह से फिल्म में दर्शकों को कुछ नया नहीं देखने को मिला और वो फ्लॉप हो गई.

जब Amitabh Bachchan ने कर दिया सलीम-जावेद को मायूस

सलीम-जावेद की जोड़ी ने बतौर राइटर सिनेमा को करीब 22 फिल्में दीं। इनमें से आधी से ज्यादा अमिताभ बच्चन के साथ हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो अमिताभ का करियर संवारने में इस जोड़ी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जब फिल्में फ्लॉप होने के कारण अमिताभ को कोई काम नहीं दे रहा था, तब सलीम-जावेद ने उन्हें उनके करियर की पहली हिट ‘जंजीर’ और ‘शोले’ दी थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस जोड़ी के टूटने की वजह अमिताभ बच्चन ही बने थे।

सलीम-जावेद ने अमिताभ बच्चन को एक फिल्म की स्क्रिप्ट के साथ अप्रोच किया, जो बाद में ‘मि. इंडिया’ नाम से बनी। अमिताभ को अदृश्य इंसान वाला यह कॉन्सेप्ट पसंद नहीं आया और उन्होंने यह कहते हुए फिल्म करने से इनकार कर दिया कि लोग उन्हें पर्दे पर देखने आते हैं, सिर्फ आवाज कौन सुनना चाहेगा। सलीम-जावेद अमिताभ के पास इस भरोसे के साथ गए थे कि उनकी आवाज फिल्म के लिए परफेक्ट रहेगी। लेकिन अमिताभ ने उनकी उम्मीदों पर पारी फेर दिया।

“जावेद को लगा कि इस बेइज्जती के बाद उन्हें और सलीम को बिग बी के साथ काम नहीं करना चाहिए। लेकिन सलीम खान उनकी इस बात से पूर्ण रूप से सहमत नहीं थे। कुछ दिनों बाद जावेद अमिताभ की होली पार्टी में पहुंचे और उनसे कहा कि सलीम खान उनके साथ कभी काम नहीं करना चाहते। इस गलतफहमी की वजह से जोड़ी के कामकाजी रिश्ते बिगड़ गए और दोनों ने फिर कभी साथ काम नहीं किया।” वहीं, जब अमिताभ ने ऑफर ठुकरा दिया तो फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ अनिल कपूर के खाते में गई। ‘मिस्टर इंडिया’ 1987 की सुपरहिट फिल्मों में से एक है।

सलीम-जावेद ने ये फिल्में Amitabh Bachchan के लिए लिखीं

Amitabh Bachchan 1973 की जिस फिल्म से रातोंरात सुपरस्टार बन गए और एंग्री यंगमैन के रूप में उनकी पहचान बनी थी, वह ‘जंजीर’भी सलीम-जावेद ने ही लिखी थी। कहा यहां तक जाता है कि सलीम-जावेद की सिफारिश के बाद ही प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को इस फिल्म के लिए कास्ट किया था। ‘जंजीर’ के अलावा अमिताभ की ‘मजबूर’ (1974), ‘दीवार’ (1975), ‘शोले’ (1975), ‘ईमान धरम’ (1977)। ‘त्रिशूल’ (1978), ‘डॉन’ (1978), ‘काला पत्थर’ (1979), ‘दोस्ताना’ (1980), ‘शान’ (1980) और ‘शक्ति’ (1982) भी सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी हैं।

superstar

Amitabh Bachchan के लिए कभी इंडस्ट्री के गॉडफादर थे महमूद

Amitabh Bachchan जब इंडस्ट्री में जब संघर्ष कर रहे थे तब महमूद ने गॉड फादर बनकर उनके इस सफर को आसान बनाया था. इस बात का जिक्र बिग बी अपने ब्लॉग में कर चुके हैं. अमिताभ बच्चन आज बेशक बॉलीवुड के शहनशाह हैं लेकिन एक समय महमूद ने उनके करियर को उड़ान दिलाने में उनका खूब साथ दिया.

Amitabh Bachchan को अपने बच्चे की तरह महमूद मानने लगे थे, उनको भरोसा था कि अमिताभ एक लंबी रेस का घोड़ा हैं. अपने घर में अमिताभ बच्चन को महमूद ने रखा और कई मुश्किल दौर में उनका साथ दिया.

महमूद ने अमिताभ को ‘बॉम्बे टू गोवा’ में लीड रोल दिया. इसके बाद 1973 में आई फिल्म ‘जंजीर’ ने अमिताभ बच्चन की किस्मत पलट दी. महमूद के निधन के बाद साल 2004 में अमिताभ बच्चन ने अपने एक ब्लॉग में अभिनेता का जिक्र करते हुए लिखा था, ‘उन्होंने हमेशा मुझे एक अभिनेता के रूप में स्थापित करने में मदद की.

महमूद भाई शुरुआती दौर में मेरे करियर ग्राफ को उठाने वाले मददगारों में से एक थे. वो पहले निर्माता थे जिन्होंने मुझे लीड रोल दिया ‘बॉम्बे टू गोवा’ में. लगातार कई फ्लॉप फिल्मों के बाद मैंने घर वापस जाने का फैसला किया तो महमूद साहब के भाई अनवर ने मुझे रोक लिया था.

mahmood

आखिर क्यों दोनों के रिश्तों में आई खटास

महमूद ने स्वीकारा था कि अमिताभ बच्चन उनका काफी सम्मान करते थे, लेकिन उनकी एक हरकत ने उन्हें तोड़कर रख दिया था. उन्होंने कहा था, ‘जब उनके पिता हरिवंश राय बच्चन गिर गए थे तो मैं उन्हें देखने अमिताभ बच्चन के घर गया, लेकिन जब मेरी बाइपास सर्जरी हुई तो अमिताभ अपने पिता के साथ ब्रीच कैंडी अस्पताल आए, लेकिन वो मुझे देखने नहीं आए.

Amitabh जानते थे कि मैं इस अस्पताल में हूं इसके बावजूद उन्होंने मुझसे मुलाकात नहीं की. उन्होंने अस्पताल में मिलकर मुझसे मेरा हालचाल तक नहीं लिया. उम्मीद है कि वो किसी और के साथ ऐसा नहीं करेंगे. अमिताभ बच्चन के इस बर्ताव ने महमूद को झकझोर कर रख दिया था. उन्हें अभिनेता ये ऐसी उम्मीद नहीं थी, वो भी जब वो उन्हें अपना बेटा मानने लगे थे.

जब कादर खान ने Amitabh Bachchan को ‘सर जी ‘ नहीं कहा

कादर खान अमिताभ के करियर के शुरुआती दिनों से उन्हें जानते थे। दोनों के बीच अच्छी जमीं, लेकिन बिग बी के एक घमंड ने उनकी दोस्ती को खत्म कर दिया।

कादर खान ने बताया कि Amitabh Bachchan जब अपने करियर के शिखर पर थे, तब लोग उन्हें सर जी कहकर पुकारते थे। वो अमिताभ बच्चन को शुरुआती दिनों से जानते थे, इसलिए दोस्ताना रिश्ता होने के कारण उन्हें कभी ‘अमित जी’ या ‘अमित सर जी ‘ नहीं कहा। यही बात Amitabh Bachchan को चुभ गई। इसके बाद कई ऐसे मौके आए, जब दोनों को एक ही फिल्म ऑफर हुई, लेकिन अपने स्टारडम का फायदा उठाकर अमिताभ ने कादर को उन फिल्मों से अलग कर दिया।

kader khan

अंजन श्रीवास्तव से Amitabh के ‘KBC’ के बाद संबंध हुए खराब

अंजन श्रीवास्तव ने  Amitabh Bachchan की तब मदद की थी, जब वह कर्ज में डूबे थे। ये तब की बात है, जब अंजन श्रीवास्तव बैंकर हुआ करते थे। अंजन श्रीवास्तव ने बताया था कि उन दिनों अमिताभ बच्चन के खिलाफ बहुत बड़ी क्रांति हो रही थी। फिल्मिस्तान में ‘तूफान’ के सेट पर बिग बी का हालचाल लेने पहुंचे।

उन दिनों में Amitabh Bachchan के खिलाफ बहुत बड़ा विरोध प्रदर्शन हो रहा था। अमिताभ बच्चन काफी दुखी थी। वहां उन्हें कोई पूछने वाला नहीं था। तब अंजन श्रीवास्तव ही थे, जिन्होंने दोस्त के नाते बिग बी की मदद की। दरअसल, गलत बैंक स्टेटमेंट्स की वजह से अमिताभ बच्चन बुरी तरह फंस गए थे। बैंकर होने के नाते अंजन उनके ऑफिस स्टेटमेंट लेने जाते थे। तभी पता लगा कि लोग उन्हें ठग रहे हैं।

Amitabh Bachchan भी उनके आगे हाथ जोड़कर खड़े हो गए और कहने लगे कि वह जल्दी ही पैसे लौटा देंगे। तब उन्हें बताया गया कि उन्हें उनके अकाउंट स्टेटमेंट में गलती है। बतौर अंजन उन दिनों अमिताभ के खिलाफ मुकदमा दायर होने वाला था। तब अंजन ने अपने मैनेजर को समझाया कि वो कोई मुकदमा दायर न करें। धीरे-धीरे अमिताभ ने सारे पैसे वापस कर दिए।

अंजन श्रीवास्तव ने बताया कि Amitabh Bachchan कंगाल हो गए थे। उनकी कंपनी ABCL भारी नुकसान में थी। तब ‘केबीसी’ शो से उनकी हालत सुधरी। जब बिग बी ने ये शो शुरू किया, तब उनकी बिगड़ी फाइनेंशियल कंडीशन सुधरने लगी। लेकिन हालात सुधरने के बाद बिग बी और अंजन के रिश्ते में खटास आ गई। अमिताभ ने अपने सभी पुराने दोस्तों से संबंध रखना न के बराबर कर दिया था।

kbc

Leave a Comment