India Maldives Relation: Maldives ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की तो भारत के लोग हुक्का-पानी लेकर Maldives पर चढ़ बैठे. लोगों ने Maldives जाने की बुकिंग कैंसल की और उसे खरी-खोटी सुनाया. लोगों ने अपने लक्षद्वीप को Maldives से बेहतर बताया. फिर Maldives को भी बैकफुट पर आना पड़ा. वहां मंत्रियों का इस्तीफा लेना पड़ा.
Maldives की भूमिका India की समुद्री सुरक्षा में
Maldives के कुछ नेताओं की उल्टी-सीधी हरकत से भले ही Social Media बौखलाया हुआ हो और लोग जी भरकर Maldives को कोसें, छुट्टियां मनाने वहां न जाएं, लेकिन हकीकत ये है कि फिलहाल तो Maldives के बिना हिंद महासागर में भारत की स्थिति कमजोर हो सकती है. लिहाजा डिप्लोमेटिक स्तर पर भारत Maldives के साथ बातचीत करके ही मसले सुलझा रहा है और Maldives भी यही कर रहा है.
बाकी कहने वाले तो कह सकते हैं कि हम Maldives के बिना भी Indian Ocean में मजबूत स्थिति में आ सकते हैं. उनकी बात सच हो भी सकती है, लेकिन जिस तरह से China ने Indian Ocean पर नजर गड़ा रखी है और Maldives में निवेश के जरिए वो भी वहां पर अपना बेस बनाता जा रहा है, वो हमारे लिए चिंता का सबब है. यही वजह है कि हमारा देश किसी जल्दबाजी में किसी नेता की बयानबाजी में कोई ऐसा कदम नहीं उठा सकता है कि भविष्य के लिए वो नासूर बन जाए.
दोनों देशों को एक–दूसरे की जरूरत
President Muizzu के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तक की नौबत आ गई, लेकिन हकीकत तो ये है कि जिस तरह से भारत के बिना Maldives का काम नहीं चल सकता है, ठीक उसी तरह से Maldives की मुखालफत कर भारत को भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. आखिर Maldives में ऐसा क्या है कि दोनों ही देशों को एक दूसरे की सख्त जरूरत है.
दुनिया के नक्शे पर Maldives को देखिए. उसके पास जो सबसे बड़ी चीज है, वो है उसकी लोकेशन. Maldives हिंद महासागर में बसा हुआ देश है और भारत के वेस्ट कोस्ट से महज 300 nautical miles की दूरी पर बसा हुआ है.
हालांकि ये जहां पर है, वो दुनिया के सबसे प्रचलित व्यापारिक समुद्री रास्तों में से एक है, जिसकी जरूरत भारत ही नहीं दुनिया के तमाम मुल्कों को है, लेकिन भारत के साथ एक और खास चीज है और वो है भारत की समुद्री इलाके की सुरक्षा, जो सीधे तौर पर हिंद महासागर में Maldives के साथ जुड़ा हुआ है.
Maldives के सैनिकों को ट्रेंड करता है भारत
यही वजह है कि भारत Maldives की सुरक्षा के लिए भी उसके सैनिकों की ट्रेनिंग पर पैसे खर्च करता है. एक आंकड़ा बताता है कि Maldives की सेना की 70 फीसदी ट्रेनिंग भारत ही करवाता है. ये ट्रेनिंग या तो आइलैंड पर होती है या फिर उन्हें इंडिया की मिलिट्री एकेडमी में ट्रेंड किया जाता है. क्योंकि भारत का मानना है कि Maldives सुरक्षित है तो समंदर में भारत भी सुरक्षित रहेगा.
पिछले 10 साल में भारत ने Maldives की सेना Maldivian National Defense Force के करीब 1500 जवानों को ट्रेनिंग दी है. हवाई रास्तों के जरिए समंदर पर निगरानी रखने के लिए भारत ने Maldives की सेना को Aircraft and Choppers तक दिए हैं. Maldives के जवानों को आईलैंड पर वर्टिकली लैंड करने की ट्रेनिंग भी भारत ने ही दी है. इसके अलावा हिंद महासागर में चल रही गतिविधियों की निगरानी के लिए भारत Maldives में Coaster Radar System भी लगाना चाहता है.
इंफ्रास्ट्रक्चर का काम भारत करता है
Maldives को तो हमारी जरूरत है ही, क्योंकि Maldives जो चावल, दाल, सब्जियां, चिकन, फल और दवाइयां खाता है, वो भारत से ही जाती है. इसके अलावा Maldives को स्कूल बनाना हो या अस्पताल, घर बनाना हो या पुल, सड़क बनानी हो या एयरपोर्ट, उसके लिए जरूरी सारा साजो सामान जैसे सीमेंट, ईंट और बोल्डर वो सब भारत ही Maldives को भेजता है.
बाकी तो Maldives के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक 300 बेड का Multi-Specialty Hospital है, जो भारत ने ही बनवाया है और उसका नाम Indira Gandhi Memorial Hospital है. ऐसे में अगर Maldives भारत से दुश्मनी मोल लेता है तो उसके नागरिकों को हर रोज परेशानियां उठानी पड़ेंगी, जो कोई भी देश नहीं चाहेगा.
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